Pakistan’s market recovered from 78 years of shock, made a historical record

पाकिस्तान के शेयर बाजार बाजार इतिहास सिर्फ 78 साल पुराना है. लेकिन शेयर बाजार की जो उड़ान सीमा पार पर सोमवार 12 मई को देखने को मिली, वो आज तक नहीं देखी गई थी. कराची स्टॉक एक्सचेंज में सोमवार को कारोबारी सत्र के दौरान 10 हजार अंकों का इजाफा देखने को मिला है. केएसई में 9 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. जो बीते 78 साल में कभी देखने को मिली. पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार ये एक तरह का रिकॉर्ड है. शेयर बाजार में तेजी का प्रमुख कारण आईएमएफ की ओर से मिला बेलआउट पैकेज, भारत के साथ सीजफायर का ऐलान और हाल ही में की गई ब्याज दरों में कटौती है. इस तेजी की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को पाकिस्तानी रुपए में 1.25 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पाकिस्तान के शेयर बाजार में किस तरह के आंकड़े देखने को मिले हैं?

पाकिस्तान के इतिहास में घटी ये घटना

पाकिस्तान के शेयर बाजार के इतिहास में पहली बार किसी एक दिन इतनी बड़ी तेजी देखने को मिली है. कराची स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों को देखें तो सोमवार को 9 फीसदी से ज्यादा यानी 10,133.89 अंकों की तेजी के साथ 117,308.53 अंकों के साथ हाई पर पहुंच गया है. खास बात तो ये है कि पिछले कारोबारी दिन केएसई में 3.52 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी. इसका मतलब है कि केएसई में बीते दो कारोबारी दिनों में 13 फीसदी से ज्यादा यानी 13,800.96 की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. उससे पहले कराची स्टॉक एक्सचेंज लगातार 4 कारोबारी दिन गिरावट के साथ बंद हुआ था. खास बात तो ये है कि 22 अप्रैल यानी पहलगाम घटका के बाद से 8 मई तक कराची स्टॉक एक्सचेंज में करीब 13 फीसदी की गिरावट देखने को मिल चुकी थी.

निवेशकों को हुआ कितना फायदा

वहीं दूसरी ओर निवेशकों को भी मोटा फायदा हुआ है. 9 मई को जब शेयर बाजार बंद हुआ था तो कराची स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप 47.81 अरब डॉलर पर था, जब कि सोमवार को जब शेयर बाजार हाई पर पहुंचा तो केएसई का मार्केट कैप 52.27 अरब डॉलर हो गया है. इसका मतलब है कि निवेशकों को 4.46 अरब डॉलर यानी 1.25 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए का फायदा हुआ है. अगर बात दो दिनों की करें तो इसमें 6.08 अरब डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. इसका मतलब है कि निवेशकों को 1.71 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए का फायदा हो चुका है.

क्यों आई पाकिस्तान के शेयर बाजार में तेजी?

पाकिस्तान के शेयर बाजार में तेजी के दो प्रमुख कारण रहे. जिसमें पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष विराम समझौता, और वीकेंड में आईएमएफ की ओर से मिला 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का पैकेज है. पाकिस्तानी मीडिया कंपनी जियो न्यूज के अनुसार जियो पॉलिटिकल और आर्थिक दृष्टिकोण में सुधार की वजह से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है. तेज उछाल के बाद थोड़ी देर के लिए ट्रेडिंग को रोकना पड़ा था. एक घंटे के ब्रेक के बाद शेयर बाजार को फिर से चालू किया गया. आरिफ हबीब लिमिटेड के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण उत्प्रेरक भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के हालिया बयान ने कश्मीर मुद्दे को हल करने और भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाने के लिए समर्थन देने का वादा किया है।

भारत के शेयर बाजार में भी तेजी

वहीं दूसरी ओर भारत के शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिली है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में 3.74 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स 3.74 फीसदी की तेजी के साथ 82,429.90 अंकों पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 82,495.97 अंकों तक पहुंच गया. सेंसेक्स में एक दिन में अप्रैल 2021 के बाद पहली बार इतनी बड़ी तेजी देखी है. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी में करीब 4 फीसदी की तेजी के साथ 24,924.70 अंकों पर बंद हुआ है. खास बात तो ये है कि निफ्टी 24945 अंकों के साथ दिन के हाई पर पहुंच गया.

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